सरफराजगंज निवासी तीन महिलाओं को सुल्तानुल मदारिस नाम के एक मदरसे ने 23 जून को एक तरफा तलाक करा कर घर से बेदखल करवा दिया गया था जिसके विरोध में महिलाओं ने कड़े कदम भी उठाए हैं। क्योंकि उन महिलाओं का तलाक नहीं हुआ है और सुप्रीम कोर्ट इस प्रकार के फैसले के सख्त खिलाफ है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से इस बात की पुष्टि भी होती है।
दिनांक 10.08.2010 को सुश्री हिना, सुश्री निशात व सुश्री अर्शी के समर्थन में भारतीय महिला फेडरेशन सहित तमाम महिला संगठनों ने पीड़ित महिलाओं को उनके ससुराली घर जहां से उन्हें बेदखल करने का प्रयास उनके पति व सुसर श्री आबदी ने मिल कर किया, के खिलाफ उनके घर के सामने प्रदर्शन किया और उन्हें घर में रहने के लिए दाखिल कराया।
इस मौके पर बड़ी संख्या में महिला संगठनों व जन संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे। रूपरेखा वर्मा, आशा मिश्रा, बबिता सिंह, नाइश हसन, नाज रजा, शहनाज खान, रहमतुन निसा, मुन्नी बेगम के नेत्रित्व में कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, उत्तर प्रदेश राज्य परिषद
No comments:
Post a Comment