Monday, August 9, 2010

कई दिनों के बाद

कई दिनों तक चूल्हा रोया,
चक्की रही उदास!
कई दिनों तक कानी कुतिया,
सोयी उसके पास।

कई दिनों तक लगी भीत पर,
छिपकलियों की गश्त
कई दिनों तक चूहों की भी,
हालत रही शिकस्त!

दाने आये घर के अन्दर,
कई दिनों के बाद।
धुंआ उठा आंगन से ऊपर
कई दिनों के बाद!

चमक उठी घर भर की आंखें
कई दिनों के बाद
कौए ने खुजलायी पांखे
कई दिनों के बाद!
- नागार्जुन
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, उत्तर प्रदेश राज्य कौंसिल

1 comment:

Udan Tashtari said...

बहुत आभार इसे पढ़वाने का.