नयी दिल्लीः भारतीय कम्यनिस्ट पार्टी की राष्ट्रीय परिषद ने 24 जुलाई, 2010 को एक बयान जारी करके चिली की कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व महासचिव कामरेड लुई कोरवालान के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया।
राष्ट्रीय परिषद ने कहा कि का. कोरवालान ने पिनोशेट की तानाशाही का दृढ़तापूर्वक विरोध किया और इसके लिए उन्हें राजनीतिक उत्पीड़न और निर्वासन का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने कभी भी फासिस्ट शासन के आगे घुटने नहीं टेके।
यूनाइटेड पोपुलर फ्रंट के निर्माण में उनके योगदान को चिली की जनता हमेशा याद करेगी। इसी फ्रंट के नेतृत्व में पहली सोशलिस्ट सरकार बनी जिसके प्रधान राष्ट्रपति सल्वाडोर अलैंडे थे।
का. कोरवालान चिली की कम्युनिस्ट पार्टी के निर्माण में जो साम्राज्यवाद के खिलाफ, शांति, लोकतंत्र और समाजवाद के लिए संघर्ष में सबसे आगे हैं, संघर्ष एवं बलिदान की एक विरासत छोड़ कर गये हैं।
का. लुई कोरवालान एक अनुकरणीय कम्युनिस्ट थे जो हमेशा हम लोगों के बीच रहेंगे।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की राष्ट्रीय परिषद चिली की कम्युनिस्ट पार्टी की केन्द्रीय समिति एवं का. कोरवालान के शोक संतप्त परिवार को अपनी गहरी संवेदना भेजती है।
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