पहले धन कमाओ और धन के बल पर राजनीति करो ! फिर राजनीति से हासिल दबंगई के बल पर और दौलत लूटो. इस लूट के लिए दबदबा जरूरी है. दबदबे के लिए सरकारी सुरक्षा जरूरी है. उसे किसी भी कीमत पर हासिल करो.जनता के गाड़े पसीने की कमाई से चलने वाले सुरक्षाबलों की संरक्षा में फिर लूट मचाओ .यही क्रिया बन गयी है आज नेता वेशधारी माफियाओं की.
सुरक्षा हासिल करने के लिए अपनाये जाने वाले हथकंडे भी नायब हैं.इसके लिए फर्जी धम...कियों से लेकर फर्जी हमले प्रायोजित कराये जाते हैं.सरकार फिर भी सुरक्षा न दे तो बड़ी से बड़ी पंचायत में दस्तक दी जाती है . बड़ी पंचायत फटकार लगाती है कि आप अपनी निजी सुरक्षा क्यों नहीं रखते,लेकिन छोटी पंचायत बिना लिहाज किये आँख मूँद कर सुरक्षा दिए जाने का आदेश कर देती है.सरकार को इन सारे कथित असुरक्षित मफियायों पर एक श्वेत पत्र जारी करना चाहिये कि आखिर इन्हें किससे खतरा है और क्यों? नहीँ तो मानना ही पड़ेगा की अंधायुग आगया है
डॉ.गिरीश
सुरक्षा हासिल करने के लिए अपनाये जाने वाले हथकंडे भी नायब हैं.इसके लिए फर्जी धम...कियों से लेकर फर्जी हमले प्रायोजित कराये जाते हैं.सरकार फिर भी सुरक्षा न दे तो बड़ी से बड़ी पंचायत में दस्तक दी जाती है . बड़ी पंचायत फटकार लगाती है कि आप अपनी निजी सुरक्षा क्यों नहीं रखते,लेकिन छोटी पंचायत बिना लिहाज किये आँख मूँद कर सुरक्षा दिए जाने का आदेश कर देती है.सरकार को इन सारे कथित असुरक्षित मफियायों पर एक श्वेत पत्र जारी करना चाहिये कि आखिर इन्हें किससे खतरा है और क्यों? नहीँ तो मानना ही पड़ेगा की अंधायुग आगया है
डॉ.गिरीश
No comments:
Post a Comment