साम्यवादी दलों को मत आसानी से नहीं मिलते। यदि यह मान लिया जाए कि इन में से आधे मत समर्थकों के हैं तो कम से कम आधे कार्यकर्ताओं के हैं। यदि कुल पचास हजार कार्यकर्ताओं को ठीक तरीके से संगठन के कामों में लगाया जाए तो अच्छे परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।
1 comment:
साम्यवादी दलों को मत आसानी से नहीं मिलते। यदि यह मान लिया जाए कि इन में से आधे मत समर्थकों के हैं तो कम से कम आधे कार्यकर्ताओं के हैं। यदि कुल पचास हजार कार्यकर्ताओं को ठीक तरीके से संगठन के कामों में लगाया जाए तो अच्छे परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।
Post a Comment