Thursday, January 9, 2014

महंगाई के खिलाफ सडकों पर उतरेंगे वामदल. उत्तर प्रदेश में भाकपा ने वामदलों के साथ १५ से ३१ जनवरी तक अभियान चलाने का निश्चय किया.

पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में वृध्दि एवं महंगाई के खिलाफ उत्तर प्रदेश में भी आन्दोलन छेड़ेगी भाकपा. लखनऊ- ९ जनवरी २०१४. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मंडल ने तय किया है कि वामदलों के केन्द्रीय नेत्रत्व के निर्देशानुसार पार्टी पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में लगातार की जारही मूल्य वृध्दि और कमरतोड़ महंगाई के खिलाफ १५ से ३१ जनवरी तक राज्यव्यापी आन्दोलन छेड़ेगी. भाकपा शीघ्र ही इस सम्बन्ध में राज्य के वामदलों के साथ बैठक भी करेगी. पार्टी के राज्य सचिव मंडल की बैठक के बाद भाकपा के राज्य सचिव डॉ. गिरीश ने एक बयान में कहा कि कल दिल्ली में सम्पन्न चार वामदलों की बैठक में इन सवालों पर देशव्यापी आन्दोलन छेड़ने का निर्णय लिया गया है. तदनुसार उत्तर प्रदेश में भी व्यापक आन्दोलन छेड़ा जायेगा. भाकपा राज्य सचिव मंडल की बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि लगातार बढ़ रही महंगाई के बोझ तले जनता का हर तबका दबा जा रहा है. ऊपर से संप्रग-२ सरकार पेट्रोल, डीजल, एलपीजी और सीएनजी की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी कर आग में घी डालने का काम कर रही है. निकट भविष्य में भी कीमतों की इस मार से कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. अतएव अब सडकों पर उतरने के अलाबा कोई रास्ता नहीं है. भाकपा राज्य सचिव मंडल द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि उनका यह आन्दोलन पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों नें बढ़ोत्तरी को रोकने और प्रशासनिक मूल्य बहाल करने सहित कई मांगों पर केन्द्रित होगा. हम जमाखोरी और आवश्यक वस्तुओं के वायदा कारोबार को रोकने की मांग भी करेंगे. हम सार्वभौमिक सार्वजनिक वितरण प्रणाली लागू करने की मांग भी करेंगे. हम मूलभूत सेवाओं के निजीकरण का विरोध करेंगे और उन निजी कम्पनियों का ऑडिट करने की मांग करेंगे जो सार्वजानिक संसाधनों का उपयोग कर मूलभूत सेवाओं की आपूर्ति कर रही हैं. डॉ. गिरीश ने बताया कि उत्तर प्रदेश में भाकपा बिजली की दरों में प्रस्तावित वृध्दि के खिलाफ तथा बिजली की दरें कम करने, बिजली कम्पनियों का ऑडिट कराने एवं लाइन हानि कम करने के सवाल पर पहले से ही अभियान चलाये हुए है. अब महंगाई विरोधी अभियान के साथ इसे और सघन किया जायेगा. डॉ. गिरीश, राज्य सचिव.

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